भारतीय हो या विदेशी, लगभग हर रसोई का जायका बढ़ाने के लिए टमाटर का खूब इस्तेमाल होता है। हालांकि, बात सिर्फ जायके तक ही सीमित नहीं है बल्कि हर खाने को पौष्टिकता और सेहतकारी बनाने में भी टमाटर अहम कारक है। टमाटर को ज्यादतर खाने के तडक़े में लजीज ग्रेवी बनाने, खाने में खटास लाने या फिर प्यूरी की तरह तो इस्तेमाल किया ही जाता है लेकिन सलाद के साथ जमकर इसका लुत्फ उड़ाया जाता है। कोई भी सब्जी हो, बिना टमाटर के गले से नीचे उतरती नहीं। हर सब्जी में टमाटर का इस्तेमाल किया जाता है। खाने या सलाद के अलावा टोमेटो सूप, जूस और चटनी भी आपके डायनिंग टेबल पर सजती है। यही कारण है कि जब टमाटर के दाम आसमान छूने लगते हैं, तब राज्य और केंद्र की सरकारों तक की नींद उड़ जाती है।
भारतीय रसोई में किसी भी मसाले का इस्तेमाल सिर्फ जायके या संयोग की बात नहीं बल्कि इसके गुणकारी होने पर निर्भर है। इस दृष्टि से देखें तो विटामिन सी, पोटाशियम, लाइकोपीन एवं कुछ अन्य विटामिन और मिनरल से भरपूर टमाटर का खाने में इस्तेमाल सही है। टमाटर की कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता हमें हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारी से बचाता है। दूसरे, टमाटर खाने मोटापे को आसानी से काबू किया जा सकता है। तडक़े में पकाने के बावजूद टमाटर के विटामिन नष्ट नहीं होते हैं। सामान्य ज्ञान की बात यह कि टमाटर भले ही रसोई में मसाले या सलाद की तरह होता है लेकिन वैज्ञानिक वर्गीकरण में टमाटर को एक फल कहा गया है।
वजन घटाने में टमाटर बहुत कारगर माना गया है। मोटापा घटाने के लिए दिन में दो-तीन बार टमाटर का रस पीना फायदेमंद रहता है। बच्चों के विकास के लिए भी टमाटर खाना बहुत फायदेमंद है। दो या तीन पके टमाटर रोजाना खाने से बच्चों का जल्द विकास होता है।
सूखा रोग, गठिया, कब्ज, कफ आदि दूर करने में टमाटर एक औषधि की तरह है। अगर बच्चों को सूखा रोग हो जाए तो आधा गिलास टमाटर के रस बच्चे को पिलाएं। उसे सूखा रोग बहुत जल्द राहत मिलेगी। इसी तरह गठिया रोग होने पर मरीज को एक गिलास टमाटर के रस की सोंठ बनाकर एक चम्मच अजवायन चूर्ण मरीज को दिन में दो बार पिलाएं, गठिया रोग से राहत मिलेगी। टमाटर पेट के लिए भी लाभकारी है। नियमित सेवन से पेट साफ रहता है और कब्ज नहीं होती। छाती में कफ होने पर भी टमाटर का सेवन लाभदायक माना गया है। वहीं, अगर किसी के पेट में कीड़े हो जाएं तो सुबह-सवेरे खाली पेट टमाटर में पिसी काली मिर्च लगाकर खाने से फायदा होता है। इसके अलावा टमाटर खाने से डायबिटीज, आंखों, पेशाब संबंधी बीमारियां, पुरानी कब्ज और चर्म रोगों में लाभ मिलता है।
गर्भावस्था के दौरान सुबह-सुबह एक गिलास टमाटर के रस पीना चाहिए। विटामिन-सी की अधिकता के चलते गर्भवती महिलाओं के लिए टमाटर बहुत फायदेमंद रहता है। इसके अलावा भोजन से पहले दो-तीन पके टमाटर काटकर उसमें पिसी काली मिर्च, सेंधा नमक और हरा धनिया मिलाकर खाने से चेहरे पर लाली आती है। टमाटर के पल्प में नींबू का रस और कच्चा दूध मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे पर चमक आती है।
टमाटर के इतने फायदों के बावजूद कई बार लोगों को टमाटर से परहेज भी करना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शरीर में सूजन, अम्ल पित्त और पथरी के मरीजों को टमाटर नहीं खाने की हिदायत देते हैं। आंतों की बीमारी हो जाए या मांस पेशियों में दर्द या शरीर में सूजन की शिकायत हो, ऐसे लक्षण दिखें तो टमाटर से परहेज करें और तुरंत उचित डॉक्टरी सलाह लें।